July 2015
वेप, हंगरी में गुरू पूर्णिमा दर्शन
गुरू पूर्णिमा के पवित्र अवसर पर एक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन वेप, हंगरी में किया गया, जो कि दैनिक जीवन में योग का ग्रीष्मकालीन समारोह था।
मैं जो भी कहता हूं वह महाप्रभुजी के ही शब्द हैं । वेदों और उपनिषदों में जो कहा गया है वह महाप्रभुजी ने कहा है । मेरी इच्छा आप सब को केवल शरीर से ही स्वस्थ व सुन्दर बनाने की नहीं है, मैं तो आपको जन्म मरण के बन्धन से ही छुटकारा दिलाना चाहता हूँ । मेरा प्रयास आपके समस्त कर्मों को ही काट देने का है । मैं उस सबसे बडे वकील से आपकी वकालत कर रहा हूं और करता रहूंगा कि जब आप इस संसार से जाएं तो आप खाली हाथ न जायें उस समय आपके साथ असली ज्ञान की ज्योति भी हो जो आपको परम प्रभु से मिला दे ।
गुरू पूर्णिमा के पवित्र अवसर पर एक सत्संग कार्यक्रम का आयोजन वेप, हंगरी में किया गया, जो कि दैनिक जीवन में योग का ग्रीष्मकालीन समारोह था।