पद राग मारवाडी नम्बर १२५
हे सहेल्या भाण उग्यो ये बडो दिन आज।
बडो दिन आज श्री पूज्य दरशन दीना है महाराज॥टेर॥
अनंत जन्म का बिछडिया मिल्या है।
हाली वाला सुफल भया सब काज॥१॥
मन भर मेला हुया पीव का।
अब नहीं आवत कछु लाज॥२॥
भव सागर से पार उतारा।
सजन मेरी पैले किनारे जहाज॥३॥
सतगुरु स्वामी श्री देवपुरी सा।
कुदरत करत आवाज॥४॥
स्वामी दीप की सुणो विनती, राखजो बाना की लाज॥५॥