16-20 december 2018

आस्ट्रीया मे विश्वगुरु जी का सतसंग...

 Salzburg 16 Dec 2018
salzburg
स्त्रिल्की में अन्तर्राष्ट्रीय सप्ताह सम्मेलन के बाद विश्वगुरुजी सलजबर्ग में पधारे . अपने सतसंग मे विश्वगुरुजी ने कहा कि " क्रिसमस भगवान के अवतार का उल्लास पर्व है. दिसंबर माह से जनवरी का शुरुवाती सप्ताह उमंग व उल्लास का समय होता है. हमे यह समय पवित्र ह्रदय व शुद्ध विचारो से क्रिसमस के आगमन कि तैयारीयो मे व्यतित करना चाहिये. क्रोध तथा सभी विवादो को भुल कर हमे एक दुसरे को क्षमा कर देना चाहीये. क्रिसमस पर आपसी कुशल-क्षेम तथा अच्छी सेहत व शुद्ध-शाकाहारीता से मनावे तथा इस पर्व पर तनाव, लडाई-झगडा, व इर्षा नही रखनी चाहीये. "
                                                                                                                                                     
   
    

Hallein 17 Dec 2018

hallein
अगली सुबह , विश्वगुरुजी ने अपने दौरे मे सलजबर्ग योगा ग्रुप तथा आस्ट्रीया व पडौसी देशो से आये अनुयायीयो के साथ हलीन
स्थित "न्यू एनर्जि सेन्टर" का उदघाटन किया. विश्वगुरुजी द्वारा "ओम" के जाप तथा मंत्रोच्चारण कर उदघाटन किया गया.
                                                                                                                                                     
 

Villach 17 Dec 2018

villach welcome
विश्वगुरुजी ने फील्लह मे अपने संबोधन मे पुनः एक बार क्रिसमस तथा धर्म को इंगित करते हुए कहा : " धर्म का मतलब भगवान से अपने संबध को समझना है " . विश्वगुरुजी ने अपनी पहली वियना, क्रनथिया, सलाजबर्ग तथा सतारीया कि यात्रा कि यादो को अपने अनुयायिओ के साथ साँझा किया साथ ही पडोसी देशो स्लोवाकिया, हंगरी व यूगोस्लविया मे जहाँ उस समय साम्यवादी शासन प्रणालि प्रचलीत थी वहाँ योगा द्वारा परमात्मा का संदेश पहुचाने कि शुरुवात के बारे भी बताया. विश्वगुरु जी ने कहा कि : "ईश्वर एक है, और सभी आत्मा एक है, हम सब एक ही ईश्वर कि संतान है इसलिये हमे आपस मे लडना नही चाहिये. अच्छा करो- अच्छा पाओगे, बुरा करो-बुरा पाओगे यही सनातन तथा सभी धर्मो का संदेश है "
                                                                                                                                                     

Vienna 20 Dec 2018

vienna bhaktanand
विश्वगुरु जी भारत कि यात्रा पर जाने के एक दिन पहले, युरोप मे इस वर्ष के अपने अन्तिम सत्संग मे सैकडो कि संख्या आस्ट्रिया व पडोसी देशो से आये विश्वगुरु जी के योग अनुयायिओ के लिए क्रिसमस पर विशेष सत्संग किया गया तथा विश्वगुरु जी कि भारत कि यात्रा पर जाने से पहले भव्य ह्रार्दिक-भाव युक्त विदाई दी गई. क्रिसमस पर्व पर क्रिसमस करोलस का विभिन्न भाषाओ मे गायन किया गया, जिससे आश्रम का वातावरण निर्मल हो गया.
वियना योग सोसायटि के निर्देशक भक्तान्नद जी द्वारा विश्वगुरु जी का स्वागत किया गया था सभी योग-प्रशिक्षको, रखवालो व सेवको को उनके निस्वार्थ सेवा-भाव व बहुमुल्य समय के लिए धन्यवाद दिया. सभी बच्चो को क्रिसमस-बैग वितरित किये गये.