आज श्रावण मास के अंतिम दिवस पर रक्षा बंधन के उत्सव के लिए गुरुदेव का आशीर्वाद।
राखी, हर उम्र की महिलाओं के लिए सुरक्षा का प्रतीक है । वह कोई भी हो अर्थात् माँ, पत्नी, बहन, बेटी या पड़ोसी । राखी, प्यार की निशानी है; प्रेम का मतलब सद्भाव, शांति, सुरक्षा, समझ, संतुलन और एकता है । महिलाओं के सम्मान और गरिमा की रक्षा करना प्रत्येक पुरुष का पहला कर्तव्य है।
रक्षा बंधन के पवित्र अवसर पर मैं भगवान दीप नारायण महाप्रभु जी से प्रार्थना करता हूँ कि भगवान आपको आशीर्वाद दें और सुरक्षित रखें ।
विश्व गुरु महामंडलेश्वर परमहंस स्वामी महेश्वरानंद