गुरुपूर्णिमा एक आध्यात्मिक महोत्सव है जो गुरु के आश्रय में ले जाता है।
यह उस दिन का स्मरण कराता है जब सूर्य की किरणों ने पहली बार पृथ्वी को स्पर्श किया था। सारे विश्व में दैनिक जीवन में योग के सभी आश्रमों में यह उत्सव पारंपरिक रूप से मनाया गया ।सबसे बड़ा उत्सव भारत में जाडन आश्रम में विश्वगुरुजी के सान्निध्य में मनाया गया।
प्राचीन परम्परा के अनुसार, विश्वगुरु परमहंस स्वामी महेश्वरानन्दजी, भारत के राजस्थान, जिला पाली, जाडन ग्राम में विश्व दीप गुरुकुल स्वामी महेश्वरानंद आश्रम में गुरुपूर्णिमा पर सत्संग करवाया और दर्शन प्रदान किया।
भारत के ही नहीं अपितु दुनिया भर के हजारों भक्त गुरुदेव के पास आए और गुरुपूर्णिमा के इस पावन पवित्र अवसर पर श्री अलखपुरी सिद्ध पीठ परम्परा का आशीर्वाद प्राप्त किया।