अखिल विश्व के पालक देवाधिदेव नारायण ! आपके चरणों में मेरा प्रणाम है। पूर्वकाल में भगवान व्यासदेव ने जिस गौ-सावित्री-स्त्रोत को कहा था, उसी को मैं सुनाता हूँ॥
कपिला गौ के सींगो के ऊपर के भाग में विष्णू और इन्द्र तथा सींगो की जड में चन्द्रमा और वज्रधारी इन्द्र देवता रहते हैं। सींगो के बीच में ब्रह्माजी और ललाट में वृषभ ध्वज भगवान शंकर विराजते हैं।